विज्ञान क्या है?
क्या आपके भी दिमाग में यह सवाल आता है कि विज्ञान क्या है, इसकी डेफिनेशन क्या है, तो आपके इन सभी सवालों का जवाब इस पोस्ट में मिलने वाला है यहां हम आपको विज्ञान से जुड़ी छोटी से छोटी बड़ी से बड़ी जानकारी देने वाले हैं की विज्ञान की परिभाषा क्या है? विज्ञान की शुरुआत कब हुई? विज्ञान का निर्माण कहां हुआ था? विज्ञान कितने प्रकार का है? और इसके लाभ और हानि क्या है? तो चलिए जानते हैं
What is science? । विज्ञान क्या है ?
विज्ञान क्या है?
जब भी हम विज्ञान शब्द सुनते हैं तो तुरंत हमारे दिमाग में आ जाता है स्कूल के लैब, लैब में रखे सारे टेस्ट ट्यूब, तारे और नक्षत्रों, दूरबीन, आइंस्टाइन? हां हालांकि ये सभी विज्ञान में शामिल जरूर है लेकिन विज्ञान का डेफिनेशन यह नहीं है और ना ही हम विज्ञान को इसका प्रतीक मान सकते हैं।
विज्ञान की परिभाषा क्या है?
नेचर और सोशल दुनिया के बारे में नॉलेज इकट्ठा करके और उसको पूरी तरह समझने के बाद ही उस पर सर्च करते हैं और प्रयोग में लाते हैं उसे ही विज्ञान कहा जाता है जो कि पूरी तरीके से प्रमाण पर आधारित होती है। अगर बिना प्रमाण के कोई भी ज्ञान रिसर्च या प्रयोग में लाया जाए तो उसे विज्ञान नहीं कहा जा सकता।
विज्ञान केवल वह नहीं है जिसमें चीजों को खोज कर भुला दिया जाए, विज्ञान असल में उसे कहते हैं जब हम उसमें और नई चीजों को जानने के लिए रिसर्च करते हैं, निगरानी रखते हैं, उनका प्रयोग करते रहते है और इन सभी चीजों से हम एक ही ज्ञान में और भी ज्यादा ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। ज्ञान और उस पर उपयोग किए जाने वाला तरीका एक दूसरे के पूरक होते हैं। क्योंकि जब कोई ज्ञान लिया जाता है तो उस पर हजार तरह के सवाल और जवाब दिए जाने की जिम्मेदारी होती हैं और उन सवालों जवाबों को खोजने के लिए जो तरीका उपयोग किया जाता है यह उस पर ही निर्भर करता है। विज्ञान के जो भी क्षेत्र हैं उनको कई हिस्सों में बांट दिया गया है जिसे हमने नीचे डिटेल में बताया है लेकिन उनके क्षेत्र को जानने से पहले हम यह जानते हैं कि विज्ञान की शुरुआत कब हुई थी। विज्ञान की खोज आखिर कहां हुई थी।
विज्ञान की शुरुआत कब हुई?
अगर इंसानों की शुरुआती सफर को देखा जाए तो हमारा इतिहास रहा है कि जब से इंसान धरती पर आए वे प्रकृति दुनिया और उसकी बनावट को समझते आए हैं और उस पर नई नई चीजें विकसित करने के लिए खोज करते आए हैं। हालांकि प्रकृति का अध्ययन करने के लिए इसे पूरे तरीके से खुद को समझने के लिए और समझाने के लिए इसकी शुरुआत 6 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पूर्व - सुकराती दार्शनिकों जैसे थेल्स और एनाक्सिमेंडर के बीच हुई थी।
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विज्ञान का निर्माण कहां हुआ था?
हम सभी प्रकृतिक दुनिया को पढ़ते आए हैं और जानते हैं लेकिन उसमें कुछ ही प्राचीन लोग इसको प्रैक्टिकली परपज के लिए पढ़े है और उस पर काम किया है जैसे कि प्राकृतिक साइकिल पर ध्यान देना यह जानने के लिए की फसल कब लगाई जाए या किस टाइम लगाना ज्यादा उचित होगा और भी बहुत कुछ। ऐसा लगता है की छठी शताब्दी ईसा पूर्व तक पूर्व सुकरात दार्शनिक (हालांकि अब यह तुर्की और ग्रीस में रहते थे) उन्होंने नेचर को एक अंत की तरह समझने की कोशिश करने लगे।
कैसे विज्ञान मैथ से संबंधित है?
जब भी कोई घटना होती है तो सभी चीजों के बारे में अधिक जानने और समझने के लिए विज्ञान हमेशा से गणित को एक सपोर्टर की तरह बड़ी मात्रा में उपयोग करता आया है और कभी कभी तो ऐसा भी वक्त आता है जब साइंटिस्ट किसी ज्ञान पर खोज करता है तो उसके लिए गणितज्ञों को अपने काम में लाने के लिए प्रेरित करता है और कभी कभी वैज्ञानिकों ने इस चीज को महसूस भी किया है की गणित के कुछ ऐसे भी रूप हैं जिनको उपयोग में लाकर physical दुनिया को समझा जा सकता है।
विज्ञान एक ऐसा ज्ञान का सिस्टम है जो फिजिकल दुनिया की घटनाओं पर आधारित है। जो वैज्ञानिक द्वारा रिसर्च पर आकर रूकता है। अगर सामान्य भाषा में विज्ञान को समझें तो विज्ञान संसार की सभी जानकारियों को कवर करता है और उसके फंडामेंटल के सभी नियमों की निगरानी कर उसको दुनिया के सामने नए रुप में प्रदर्शित करता है।
विज्ञान के क्षेत्र
प्राकृतिक विज्ञान - इसमें जीवन या फिर उसे जीव विज्ञान कह सकते हैं इन सभीपर विस्तृत रूप से अध्ययन किया जाता हैं।
भौतिक विज्ञान - इसमें अंतरिक्ष आदि भौतिक ब्रह्मांड का सभी ग्रहों - नक्षत्रों आदि के बारे में अध्ययन किया जाता है।
सामाजिक विज्ञान - इसमें समाज और लोगों से जुड़े चीजों पर आधारित ज्ञान पर अध्ययन किया जाता है उदाहरण के लिए मनुष्य जाति का विज्ञान और मनोविज्ञान हम सब ने सुना है और पढ़ा भी हैं।
औपचारिक विज्ञान - इसमें तर्क वितर्क और जैसा कि मैंने ऊपर बताया गणित की मदद ली जाती है।
प्रयुक्त विज्ञान - यह काफी रोचक क्षेत्र है इसमे वही शामिल होते हैं जो विज्ञान पर बहुत ज्यादा भरोसा करते हैं और विज्ञान को ही अपनी जिंदगी का अभिन्न अंग मानते हैं और विज्ञान के द्वारा तैयार की गई इंजीनियरिंग, रोबोट, खेती - कृषि, दवाइयां - चिकित्सा जैसे रिसर्च को और आगे ले जाने के लिए उस ज्ञान को उपयोग करते हैं।
अनुभव जन्य विज्ञान के रूप में जाने जाने के लिए प्राकृतिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान दोनों को ही इसका रूप समझा गया है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि जब भी कोई सिद्धांत निकलता है तो उस पर निरीक्षण किया जाता है और उनके रिसर्च के बाद और रिजल्ट आने के बाद उस ज्ञान पर आधारित किया जाता है।
प्राकृतिक विज्ञान मुख्यतः 3 क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।
प्राकृतिक विज्ञान को हम खासकर तीन श्रेणियों में जानते हैं जो हमे अपने स्कूल और कॉलेजों में पढ़ाया जाता है जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, और भौतिक विज्ञान। इन्ही 3 भाग में सभी चीजों को समावेशित किया गया है और इसमें एक एक ज्ञान का जो अध्ययन किया गया है उन सभी का अनुशासन है।
जीव विज्ञान
जीव विज्ञान को हम अंग्रेजी में बायोलॉजी भी बोलते हैं जीव विज्ञान में हमें हर तरह के जीवन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करता है और उन सभी जीवन के महत्व को समझाता है। जीवन मतलब केवल मनुष्य का जीवन नहीं हुआ इसमें मनुष्य, जानवर, पौधे और हर तरह के जीव पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
जीव विज्ञान को अलग-अलग क्षेत्र में बांट दिया गया है ताकि हमें हर सब्जेक्ट पर गहराई से समझा सके जैसे आणविक और कोशिका जीव विज्ञान, मानव जीव विज्ञान, पारिस्थितिकी और विकासवादी जीव विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और प्रतिरक्षा विज्ञान जैसे सभी भागों में ज्ञान को विभाजित किया गया है। जीव विज्ञान के इन सभी क्षेत्रों को इसलिए अलग अलग किया गया है ताकि छात्रों को अपने कौशल और अपने अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक फोकस हो जाए और बहुत रूचि के साथ अधिक गहराई में उसका अध्ययन कर सकें।
रसायन विज्ञान
रसायन विज्ञान को अंग्रेजी में केमिस्ट्री बोला जाता है यह प्राकृतिक विज्ञान के अंदर एक विशेष क्षेत्र में है और जैसे जीव विज्ञान में कुछ भागों में बाटा गया था ठीक वैसे ही रसायन विज्ञान में भी कुछ भागों में बांटा गया है जैसे कार्बनिक, और भौतिकी रसायन विज्ञान यह केवल 2 ही क्षेत्र हैं जो विभाजित है। इसमें हम मात्रात्मक रसायन विज्ञान, अकार्बनिक रसायन विज्ञान, सेलुलर जैसे सभी वर्गो को बताया जाता है। जो सभी रसायनिक उपकरणों के सिद्धांतों पर आधारित रहता है।
जब भी हम रसायन विज्ञान का अध्ययन करते हैं आपको याद होगा इसमे किसी भी तरह के समस्याओं को हल किया जाता है और व्याख्या किया जाता है और प्रयोगशाला में तरह-तरह के कौशल का रसायन द्वारा बनाए गए सूत्रों पर प्रदर्शन किया जाता है और उसके परिणाम को दिखाया जाता है।
भौतिक विज्ञान
भौतिक विज्ञान को अंग्रेजी में फिजिक्स कहते हैं जैसा कि नाम से ही पता चलता है, भौतिकी का मतलब नेचर के सभी नियमों और विभिन्न प्रकार के उनकी विशेषताओं से है। इसमें हम उस क्षेत्र पर चर्चा करते हैं जो हमें प्रकृति से मिलता है जैसे इलेक्ट्रॉनिक, प्रकाश की तरंगों, चुंबकत्व, थर्मोडायनेमिक्स और क्वांटम यह विज्ञान के उन सभी उप विज्ञान का एक विस्तृत तरीके से अध्ययन करता है और उन सभी पर गहराई से प्रदर्शित करता है। भौतिकी का अध्ययन एक तरीके से गणित को भी मात देता है छात्र इसमें अनुभव को पाने के लिए अनुसंधान परियोजनाओं में भी भाग लेते हैं।
मुझे विज्ञान की सबसे मजेदार बात यह लगती है कि विज्ञान एक ऐसा सब्जेक्ट है या फिर हम कहें विज्ञान एक ऐसी दुनिया है जो कभी खत्म ना हुआ है और ना कभी हो सकता है। हर खोज में नए प्रश्न आते रहते हैं और उन्हें जितना समझते हैं उसमें और ज्यादा रहस्य ला देते हैं ताकि हम उन्हें और भी ज्यादा खोज करते रहे। यह किसी ने सच ही बोला है विज्ञान को जितना अधिक हम जानते हैं उतना ही हमें पता चलता जाता है कि हम विज्ञान के बारे में कुछ नहीं जानते, बल्कि इसमें और भी ज्यादा जानने की जरूरत है। चलिए आपको उदाहरण के लिए समझाते हैं हम सब ने डीएनए की डबल हेलिक्स संरचना के बारे में पढ़ा भी है और समझा भी है। इसकी खोज जीव विज्ञान के जगत में एक तरफ से क्रांति ला दी थी और इसमें और भी नए क्षेत्र आ गए जिसका विस्तृत करने के लिए अनुवांशिक संशोधन और सिंथेटिक जीव विज्ञान जैसे नए क्षेत्र का अध्ययन किया जाने लगा।
जो विज्ञान ने अपने धारणा में बताया है कि दुनिया की कोई भी ऐसी चीज नहीं है जिसको सिद्ध किया जा सके क्योंकि कुछ भी कभी भी सिद्ध नहीं होता। हालांकि इस धारणा को सपोर्ट करने के लिए बहुत ज्यादा एग्जांपल मौजूद है जैसे गुरुत्वाकर्षण मौजूद है, मानव ना जाने कितनी शताब्दी से विकसित होता आ रहा है। इसमें बार-बार अध्ययन करने की जरूरत है।
अगर बात आइंस्टीन की करें तो आइंस्टीन के वजह से गुरुत्वाकर्षण अब वो नहीं रहा जो न्यूटन या लाप्लास ने परिभाषित किया था और कोई भी नया रिसर्च इस धारणा को/ सिद्धांत को सपोर्ट कर सकता है, लेकिन यह साबित नहीं हो सकता। विज्ञान की यही खासियत है की जब हम किसी के सिद्धांतों को सच मानकर उसे अपनी जिंदगी में उतार लेते हैं तो यह परमानेंटली नहीं करते बल्कि टेंपरेरी करते हैं। कोई भी सच इसको साबित नहीं कर सकता की आने वाला कल इसको गलत नहीं ठहरा पाएगा या फिर इससे अलग कुछ साबित नहीं कर पाएगा और शायद इसे ही विज्ञान बोला गया है, जिस पर लगातार निगरानी होती रहे और रिसर्च होकर सबूत इकट्ठा करते रहे।
अगर हम इस दुनिया को समझ सके हैं तो उसमें सबसे बड़ा योगदान विज्ञान का है। हम यह जानने लगे हैं की कोई भी चीज कैसे काम करता है और हम कहां पर खुद को बैठा सकते हैं। हमारी जानने की इच्छा, हमारे दिमाग में तरह-तरह के चल रहे सवालों की वजह से वैज्ञानिक अपनी खोज को और आगे बढ़ाते हैं की हमें सपने क्यों आते हैं? मरने के बाद हमारा क्या होता है? यह "क्यों" वर्ड खोज में नई उपलब्धि है जो हमारी जिज्ञासा को दिखाता रहता है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं एक हमारे भले के लिए होता है तो एक हमारे बुरे के लिए। वैसा ही कुछ विज्ञान में भी लाभ देखा गया है तो हानि भी देखी गई है। नीचे विज्ञान के लाभ और विज्ञान के हानि दोनों के बारे में चर्चा करेंगे
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विज्ञान के लाभ
विज्ञान की वजह से देश की रक्षा में ज्यादा सुधार मिला है, अगर किसी देश के पास कोई ऐसी लड़ाकू विमान, मिसाइल, तकनीकी से बंधे हथियार है तो वह बाकी देशों के मुकाबले अधिक शक्तिशाली माना जाता है और उस देश के नागरिकों की सुरक्षा भी अच्छी मानी जाती है।
यह किसी भी संसाधनों की मैनेजमेंट में बहुत ज्यादा मदद कर रहा है उदाहरण के लिए अगर देखें - एलईडी बल्ब। एलईडी बल्ब का निर्माण इसीलिए हुआ था ताकि बिजली की खपत को कम कर सके और यह आंखों के लिए भी सही माना जाता है।
विज्ञान की वजह से ही हम हर उस सवालों का जवाब दे पा रहे हैं जो कल तक नामुमकिन थे जैसे कि यह ग्रह नक्षत्र कहां से आए? पृथ्वी के अलावा और कहीं पर जीवन है आदि।
विज्ञान ने औषधि क्षेत्रों में भी बहुत काम किया है हर तरह की बीमारियों के लिए उपचार और टीके उपलब्ध करवाए हैं और अन्य बीमारियों के लिए रिसर्च जारी रखें हैं जैसे हम हाल की ही बात कर ले तो कोरोना।
विज्ञान एक ऐसा हथियार है जिसकी वजह से रेगिस्तान की बंजर भूमि में भी अच्छी खासी फसल या फिर व्यापारी उपनिवेश में भी बदल सकते हैं और जो अलग हो गई क्षेत्र है उनमें मानव आवास को स्थापित कर सकते हैं।
विज्ञान कानून को भी अलग तरीके से ले गया है क्योंकि वह अपराध को ही नहीं कम किया बल्कि अपराधी को कहीं से भी खोज निकालने में काबिल है जैसे की हम बात कर ले ट्रैफिक पुलिस में सीसीटीवी कैमरा, डिटेक्टर मशीन।
मोबाइल फोन, इंटरनेट विज्ञान का ही देन है जैसे quora ऐप में ज्ञान का भंडार रखा है वैसे ही इंटरनेट के माध्यम से ज्ञान का भंडार मिल सकता है अगर सीधा सीधी बात बोले तो आज दुनिया के किसी भी कोने में बैठ के कहीं से भी बात कर सकते हैं और कहीं का भी समाचार ले सकते हैं।
विज्ञान ने गरीबी से लड़ने के लिए भी काम किया है विज्ञान की वजह से ही खाद उत्पादन को बढ़ावा मिला है जिससे किसानों की कमाई कई गुना बढ़ जाती है।
यह नेचर से निपटने में भी मदद करता है जैसे कहीं अगर बाढ़ आ गई, चक्रवात, सुनामी इन सभी की जांच करने और उनकी पहले ही सूचना देने में मदद करता है।
विज्ञान के हानि
इंसानों ने टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग करके गलत कामों में उपयोग करता है।
विज्ञान का इस्तेमाल करके मानव कोई भी गैरकानूनी काम कर सकता है और जैसा कि हम देखते हैं होता भी आ रहा है।
जितनी नई टेक्नोलॉजी आ रही है जैसे मोबाइल, आईपैड यह सभी बच्चों के दिमाग पर बहुत बुरा असर डाल रही है। आतंकवादी कोई भी बम विस्फोट करने से पहले या अपने सभी विनाशकारी काम की जानकारी टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही कर रहे हैं।
कुछ परमाणु बम की वजह से स्किन से जुड़ी बीमारियां सामने आ रही है।
जब मोबाइल फोन वाइब्रेट करता है तो उससे दिल की बीमारी और दिमाग की बीमारी भी होती है।
जो मॉडर्न टेक्नोलॉजी हैं वह केवल इंसान को ही नहीं बल्कि पेड़ पौधों और जानवरों को भी बुरी तरीके से प्रभावित कर रही हैं।
मॉडर्न टेक्नोलॉजी की वजह से ही नेचर की खूबसूरती घटती जा रही है।
मुझे पूरी उम्मीद है विज्ञान क्या है से जुड़ी सभी सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे और इन विज्ञान के लाभ और हानि को आपने समझा भी होगा। अगर इससे जुड़ी किसी भी तरह का कोई सवाल या कोई अनुभव, या सुझाव है, तो कृपया करके कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और अगर यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ और सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले।
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