2024 में सरस्वती पूजा कब है ? | 2024 Saraswati Puja date and time
नसमकर दोस्तो , हमारे website में आप सभी का सवागत है। आज फिर से में एक नया पोस्ट आप शभी के लिए लेकर आई हूं। जो कि है। सरस्वती पूजा के बारे में आणि वाली है। माँ सरस्वती बसंत पंचमी आने वाले हैं। तो हम अब मिलकर बसंत पंचमी
ओर पूजा के सुभ मोहरत क्या है । इस पोस्ट में सारी जानकारी देंगे । और साथ ही साथ - साथ बतयूंगा । माँ सरस्वती के वंदना म सरस्वती के मंत्र पूजा कैसे करे । सारी बाते बताऊंगा । तो पोस्ट के अंत रक बने रहिए ।
2024 में सरस्वती पूजा कब है ?
सरस्वती पूजा कब है। माँ सरस्वती के बारे में थोड़ी सी हम जानकरी लेंगे । पहले माँ सरस्वती को विधा ओर बुद्धि के देवी माना जाता है । बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती के पूजा का विशेष महत्व है । मान्यता है। कि इस दिन माँ सरस्वती के मंत्र आरती ओर वंदना का पाठ करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
हिन्दू पंचम के अनुसार बंसत पंचमी का पर्व साल माघ मास के सुकल पंच के पंचमी को मनाया जाता है ।
ठाकुर कैलेंडर के मुताबिक सरस्वती पूजा कब होता है ?
ठाकुर कैलेंडर के मुताबिक यह पर्व जनवरी या फरवरी माह में ही पड़ता है । इस साल बसंत पंचमी कब मनयी जाएगी । धार्मिक मान्यतों के अनुशार बसंत पंचमी के दिन ही ब्रह्ममा जि के आशीर्वाद से माँ सरस्वती प्रकट हुई थी। इस दिन School collage ओर सचमी के अस्थानो में माँ सरस्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है।
छात्र ओर छात्रा बड़ी ही धूम धाम से इनका सजावट करके माँ सरस्वती के मूर्ति लाते है । और पूजन्य आस्थापन करते है । बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती की पूजा के दौरान मंत्र और वंदना का पाठ करने से मिलता है। बुद्धि का वरदान अब वो मंत्र क्या है।
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माँ सरस्वती का मूल मंत्र
ऊँ एं सारस्तवे एं नमः ।
तो दोस्तो ये होगया माँ के मूल मंत्र एकलौता मंत्र है। अब में आपको बताऊंगा । सबसे पहले में आपको बता दु ।
2024 में माँ सरस्वती के पूजा कब होगी ?
बसंत पंचमी के दिवस ज्ञान संगीत का कला विज्ञान ओर पर्दोगी की देवी सरस्वती को समर्पित है । बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती की पूजा की जाती है । बसंत पंचमी को श्री पंचमी ओर बसंत पंचमी के नाम से भी जाना जाता है । विज्ञान के साथ ज्ञान प्रपात करने और सुस्ती आलास ओर अगयन्ता से छुटकारा पाने के लिए देवी सरस्वती की करते है।
बच्चों के शिक्षा देने के इस अनुष्ठान को अक्षर अभ्यास ओर विद्या आरंभ के नाम से भी जाना जाता है । मतलब जो बच्चे छोटे है । 2 साल कब ऊपर से but ऊपर वाले बच्चों को पढ़ना जब Start करता है ।
जो बसंत पंचमी के प्रसिद्ध अनुष्ठानों में से एक है। देवी का आश्रीवाद लेने के लिए school ओर collage सुबह पूजा करते हैं। जो सूर्यवदय से पहले 2 दिन पूजा करते है।
बसंत पंचमी को पूजा करने वाला माना जाता है । बसंत पंचमी उस दिन मनयी जाती है । जब पूर्वा काल के दौरान पंचमी तिथि परवल होती है । वो बसंत पंचमी का दिन तय करने वाला माना जाता है। बसंत पंचमी उस दिन मानयी जाती है। जब पूर्वा काल के दौरान पंचमी तिथि प्रवल होती है।
जिससे चथुर्थी के बसंत पंचमी पड़ती है । हालकि बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा करने का कोई विशेष समय नही होता है। लेकिन हम सब एक सुबह मोहरत में पूजन्य करने का बहुत अछुक रहता है। कि कब है शुभ मुहरूत तो सुभ मोहरत में पूजा करना बहुत ही सुभ माना जाता है।
इसलिए हम सब अछुक करते है। इस वक्त बसंत पंचमी 5 फरवरी 2022 ( शनिवार ) को मनाई जाएगी ।
मनाई जाएगी ।
बसंत पंचमी व्रत 14 फरवरी 2024, दिन मंगलवार पंचमी तिथि आरंभ 13 फरवरी 2024 को दोपहर 02:40 बजे पंचमी तिथि आरंभ 14 फरवरी 2024 को दोहपर 12:00 बजे समाप्त होगी।
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अब बसंत पंचमी के पूजा विधि ?
माँ सरस्वती के मूर्ति या मूरत पर पीले रंग के वस्त्र चढ़ाए क्योकि माँ को पीले रंग बहुत ही प्रिय है । अब रोली चंदन हल्दी के साथ चंदन पीले या सफेद मिठाई ओर अछत चढ़ाए। माँ को फूल पुष्प चढ़ाए । जो को माँ को बहुत पसंद है। पीले फूल सादे फूल माँ को बहुत पसंद है।
माँ को सारे चीजे चढ़ाने के बाद में माँ को एक फुल का माला भी चढ़ाए । ओर माँ को कितनी भी भोग का सामान है। माँ को जरूर चढ़ाए । माँ के लिए भोग अर्पित करे । जिसे आप खीर बना सकते है। हलवा बना सकते है। फल रख सकते हैं । बेर काफी प्रिय है। माँ को बेर रखा जाता है ।
अब पूजन अस्थल पर वाद यंत्र पुस्तक चढ़ाई माँ को पुस्तक भी चढ़ाए। ओर वादी यंत्र भी चढ़ेगी । ओर माँ सरस्वती की पूजा का पाठ करे। माँ के धयान लगाए । माँ के मंत्र जपे माँ की वंदना करे । माँ की आरती करें। ओर आरती करने के बाद फिर हम माँ की आराधना करते है। थोड़ी देर तक तो इस तरह से होती है।
माँ की पूजा । माँ की पूजन में सकरकाण्ड वेगेरा भी रखा जाता है। मीठा आलू रखा जाता है। मतलब जितने तरह के नए नए फल जो है। इस बसंत में वो सब रखे जाते है।
ओर फिर प्रसाद को अपने पूरे परिवार में हमे बाट देना चाहिए । तो इस तरिके से आप माँ सरस्वती की पुजन करे । माँ के आराधना करें । अब में आपको अंत मे माँ की जो main मंत्र है। वो में आपको बताने जा रहा हूँ ।
भगवान श्री गणेश के पूजा के अप्राण जो कलस आस्थापन कर देवी सरस्वती की पूजा आरंभ करने का विधान है। सरस्वती शॉर्द्ध का पाठ देवी को प्रसन्ता ओर आर्शीवाद प्रप्ति के लिए किया जाना चाहिए ।
उपयुक्त श्लोक का अर्थ है कि जो देवी गुणधर्म फुल चनदमा हिंन , वाशियो ओर मोतियों के हार के तरह swaeet वर्णवाली है। तथा जो sweet वस्त्र धारण करती है। जिनके हाथ में बिना दंड सोभा पारा है । जो सेवत कमल पर वीरजमान है। ब्रह्माम विष्णु और देवताओं द्वारा जो हमेशा पूजनीय है।
तथा जो सम्पूर्ण ज्ञान को अज्ञान को दूर करने वाले हैं । ऐसे माँ सरस्वती आप हमारी रक्षा करे । सरस्वरी लक्ष्मी पार्वती , के मूर्ति में एक देवी सरस्वती सुध बुद्धि और ज्ञान देने वाले हैं। इस समय हम सभी को प्राथना करना चाहिए ।
सरस्वती पूजा पर NIBAND
सरस्वती पूजा बंसत पमचमी के दिन मनाया जाने वाला हिंदुओं का एक लोकप्रिय तोयहार हारहै।
यह तोयहार प्रत्येक वर्ष माघ महीने के शुक्ल पंचमी के दिन मनाया जाता है।
जो कि जनवरी अथवा फरवरी में आता है।
इस दिन सरस्वती माँ की पूजा अर्चना की जाती है।
सरस्वती माँ विधा ओर ज्ञान की देवी है।
उन्हें हँसहवानी , माँ शारदा तथा अन्य कई नामो से पुकारा जाता है।
यह पूजा वेशषकर संस्थानों में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है।
यह त्योहार मुख्य रूप से विद्यार्थियों का त्योहार है।
माता सरस्वति की पूजा का अपना महत्व है।
हमारे प्राथना रिषि मुनियों ने सरस्वती माँ को विद्या ओर ज्ञान कि देवी माना है।
वे हंश पर विराजीत है ।
यह हंश ज्ञान का सत्यापन निर्णय का प्रतीक है।
उजला कमल इनका आसन है।
जो सादगी ओर स्वच्छता का प्रतीक है।
सरस्वती माता का वस्त्र भी उजाला है।
इससे हमें यह शिक्षा मिलती है।
की जो विद्या पाना चाहते है।
उनके लिए रंगीन ओर कीमती वस्त्रों का कोई महत्व तथा उपयोग नही है।
सरस्वती जी के एक हाथ मे वीणा है।
जो यह बताती है।
की विद्या के साथ संगीत का होना भी आवश्कता है।
यह संगीत जीवन का माथुर ओर सरस बनाता है।
सरस्वती जी के दूसरे हाथ मे पुस्तक है।
जो ज्ञान की शिक्षा देती है।
सरस्वती पूजा का सबसे बड़ा उधेश्य है।
की इस दिन हम सभी मन , कर्म और वचन से माँ सरस्वती के चरणों मे अपने को सॉफ दे । और उनसे अच्छे विचारों और ज्ञान पाने की प्राथना करे ।
सरस्वती पूजा की तैयारी कुछ दिन पहले से ही शुरू हो जाती है। लोग पूरे उत्सव के साथ साफ - सफाई करते है। पूजा के लिए माता सरस्वती की एक प्रतिमा बनाई जाती है । फिर उसे सुंदर वस्त्रों से शिशोभित किया जाता है । यह पूजा 2 दिन तक चलती है।
पहले दिन की पूजा 11 बजे तक समाप्त हो जाता है । लोग प्रसाद ग्रहण करते है। और माता सरस्वती से आशीर्वाद लेते है । जो नदी या तालाब में विश्रजीत होती है । इस अवसर पर एक भव्य जुलूस का आयोजन किया जाता है । सभी लोग नाचते गाते तथा नारा लगाते सरस्वती जी की प्रतिमा को विश्रजीत करने जाते है।
सरस्वती पूजा हमारे लिए ज्ञान का प्रकाश लाती है । सच्चाई विद्या की शिक्षा देती है। और उस दिन हम यह प्रतिज्ञा दुहरवते है। कि पढ़ लिखकर हम अपना , अपने परिवार और देश का नाम ऊंचा करेंगे । 2 हर वर्ष सरस्वती पूजा हमे ऐसा ही उद्देश्य दे जाती है।
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Essay on sarswati puja in english ?
Sarswati puja is great festival of the Hindus, specially of the students sarswati is the goddess of learning and music , sarswati is the daughter of the goddess durga and wife of vishnu " On panchmi thithi of the full man of the month of magha goddess saraswati is worshipped ,
On the previous day we placed the image on the atter . On the day of the festival the priest came at I'm am and the puja began . The was puja was completed at about 11 am flowers and leaves of bel.tree were offered at her feel . From 2pm sweets were distritbed umang .
The invites were also served with sweets after the procession the image was immersed in water . Goddess sarswati is worshipped in every school and college student enjoy this festival with Great delight
दोस्तो सरस्वती पूजा में सबलोग बहुत मस्ती मनोरंजन करते है। हम सभी लोग मिलकर डांस भी करते है। और माता सरस्वती जी की पूजा अर्चना मन मन लगाकर करते है।
ओर माता को सच्चे दिल से याद करते है। क्योकि सच्चे दिल से याद करने से माता जल्दी प्रश्न होती है। और माता के आशीर्वाद लेते है। तो दोस्तो क्या आप भी सरस्वती पूजा मानते है। हमे comment box में जरूर बताये ।
ओर ऐसे ही ज्ञान का पोस्ट को पढ़ने के लिए आप हमारे साथ इस blogg के साथ बने रह सकते है। क्योकि हम इसी तरह के लिख कर लाते रहते है। तो दोस्तो आपको अगर ये पोस्ट अच्छा लगा होगा । तो अपने दोस्तों के पास जरूर शेयर करे । ओर अगर आपके मन मे कोई सवाल है। तो comment box में जरूर बताये । हम आपके हरेक सवालों का जबाब देते है। वर्मा न्यूज़ के साथ बने रहे ।
तो दोस्तो हमारे साथ स blogg के अंत तक बने रहने के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद ,,,,,,
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