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झारखंड झरिया के कोल माइनों में काम करने वाले लोगों का एक नजर ? Jharkhand jhariya ke coil mining Mai Kam Karne vale logo ka AK najar .

 



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झारखंड  झरिया के कोल MINES में काम करने वाले लोगों का एक नजर ? Jharkhand  jhariya ke coil mining Mai Kam Karne vale logo ka AK najar . 



जरा हट के


बदहाल कोयलांचल ; बेबस लोग


धूल, धुआं और धमाके की धरती बन गई आम ज़िन्दगी का हिस्सा


मिलिए कोयलांचल की तस्वीरों से पूरी दुनिया में मशहूर रॉनी सेन से


जानिए क्या ख्याल है कोयलांचल पर


धनबाद की 100 साल की आग की फोटोग्राफी पर रॉनी को GETTY IMAGES INSTRAGRAM AWARD मिल चुका है, WORLD JURY AWARD भी


विश्व फोटोग्राफी दिवस पर खास


आज वर्ल्ड फोटोग्राफ़ी डे है। आज आपको फ़ोटो के बारे में बताएंगे। एक ख़ास फोटोग्राफर से रु-ब-रु कराएंगे। आपको वाकिफ़ कराएंगे एक ऐसे शहर से जिसकी पहचान पूरी दुनिया में है लेकिन लोग वहां के नाहक बदनाम हैं।संयोग से उस धनबाद-झरिया कोयलांचल के हम और आप निवासी हैं। 

हमारी धरती पर 100 साल से आग धधक रही है। अरबो रुपये आग बुझाने के नाम पर झोंक दिए। विदेशी एजेंसियों गाई मेट केम और नॉर्वेस्ट माइनिंग कंसल्टेंट भी बहुत शोध किए लेकिन आग है कि धधक ही रही है। अब तो सरकार आउटसोर्सिंग एजेंसियों के जिम्मे नागरिकों का भविष्य गिरवी रख दिया है। आउटसोर्सिंग मतलब नेता, माफिया, अधिकारी का चारागाह। आमलोगों के लिए बीमारी, बेरोजगारी, दुर्घटना..जमींदोज होना..




देश भर में इसी कोयले के बल पर दूसरा सबसे अधिक राजस्व देनेवाला साबित हुआ है धनबाद रेल मंडल। हमारे यहां सोने की तरह है कोकिंग कोल। हमारे कोयले से बनी बिजली से महानगर जगमग है लेकिन हमारे हिस्से स्याह अंधेरा।

हमारी पहचान पूरे जग में हैं लेकिन हमें एयर कनेक्टिविटी नहीं मिलती है। अच्छे डॉक्टर यहां रहना नहीं चाहते। हमारे यहां आमलोगों के लिए एक अच्छा अस्पताल नहीं मिलता है। अनगिनत कोल माइनिंग के बावजूद किसी बेरोजगार को तब तक काम नहीं मिलता जब तक कोई 'नेताजी' का विश्वस्त नहीं बनता। 



देश के अन्य हिस्सों की तरह हमारे यहां भी सांसद, विधायक, निगम, परिषद पार्षद, मुखिया, नेता, पत्रकार...सबकुछ हैं लेकिन हम असहाय हैं , लाचार हैं क्योंकि यहां की धरती हमारी बदहाल ज़िंदगी का हिस्सा है।

रॉनी सेन कोलकाता के फ़िल्म और फोटोग्राफ़ी क्षेत्र से आते हैं। वे कोयलांचल में 100 साल से लगी आग पर फोटो सीरीज बनाया। एक घण्टे में कोयलांचल ने उन्हें लाखों क्लिक्स दिलाया। पूरी दुनिया की नज़र में रॉनी आ गया। उन्हें GETTY IMAGES INSTAGRAM AWARD मिला।।उन्हें WORLD PREMIERE JURY भी मिला।आज इसी धनबाद के बल पर वे पूरे विश्व में छा गए





 रॉनी ने कहा है कि भारत में विकास का मॉडल दोषपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत और तीसरी दुनिया के कई सारे मुल्कों में विकास के मॉडल दोषपूर्ण हैं।

रॉनी के मुताबिक हमने खुद को विकास के कुछ चिन्हों से जोड़ लिया है। जिसमें शॉपिंग मॉल, फ्लाइओवर और भी बहुत कुछ शामिल है।

रॉनी ने कहा कि़ कई ऐसे देश हैं जो यह नहीं जानते हैं कि उन्हें शौचालय की जरूरत क्यों है? इसलिए यह दिलचस्प समय है, जिसमें हम जी रहे हैं।

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झारखंड स्थित झरिया के कोल माइनों में काम करने वाले लोगों और उसके आस पास रहने वालों के हालात को अपनी तस्वीर में उतारने वाले रॉनी ने कहा कि झरिया कोयलांचल में लोग बहुत खराब हालात में जीवन यापन कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि धनबाद, झरिया , कतरास की धरती के नीचे बीते 100 साल से भी ज्यादा समय आग से जल रही है।


जो लोग वहीं के रहने वाले हैं वो वहां के हालात देखने को आदी हो गए हैं। इसलिए वो वहां के हालातों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं और लगभग यह उनकी जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है।

अक्सर धरती दरकती है और लोग हमेशा के लिए अंदर समा जाते हैं। न्यूनतम नागरिक सुविधाएं भी लोगों को उपलब्ध नहीं है। 

दिल्ली-मुंबई के लोगों को हमारी दुर्दशा का अंदाज़ नहीं होगा। धन की धरती का यह हश्र हम देखने, सुनने को अभ्यस्त हो गए हैं। काश! हमारी इस चुप्पी का भी कोई अवार्ड मिलता..हम धन्य हो जाते।


कोयलांचल की कुछ जीवंत तस्वीरें जिनके सहारे रॉनी सेन दुनिया में छा गए.


1 झारखंड: झरिया शहर के करीब पहुंची कोयला खान की आग, पिछले 100 साल से धधक रही।                     2 झारखंड: झरिया शहर के करीब पहुंची कोयला खान की आग, पिछले 100 साल से धधक रही।                   3 झारखंड का झरिया भारत का सबसे प्रदूषित शहर:।

4 झारखंड में कोयला क्षेत्र।

5 झारखंड में सबसे ज्यादा कोयला कहां पाया जाता है 

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झरिया - विकिपीडियाम


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